सोशल मीडिया से कैसे बनें फायरब्रांड लीडर
2021 में हुए एक
रिसर्च के अनुसार भारत में फेसबुक का इस्तेमाल करने वाले लोगों की संख्या तक़रीबन
33 करोड़ हो चुकी है. इसका सीधा मतलब है कि जनता भी मोबाइल पर आ चुकी है और नेता भी.
अब लोग आपसे जुड़ने से पहले आपके सोशल मीडिया एकाउंट्स को देखते हैं. एक अच्छे सोशल
मीडिया अकाउंट से आपकी ब्रांड वैल्यू बढ़ती है और यदि तरीका सही है तो हर पोस्ट और
वीडियो के साथ आपकी प्रतिष्ठा भी बढ़ती है, पर यहाँ थोडा रुकिए और सोचिए कि आपकी ब्रांड वैल्यू क्या
है क्यूंकि प्रायः लोग अपनी ब्रांड वैल्यू को उस पार्टी से जोड़कर देखते हैं जिसमें
वे अभी काम कर रहे हैं, हमेशा याद रखें कि आपकी ब्रांड वैल्यू आपके बारे में है.
आप किस विचारधारा के लिए खड़े हैं, आपके जीवनमूल्य क्या हैं और आप किस सोच के साथ
राजनीति में आएँ हैं. चाहे आप जिस भी विचारधारा को मानते हों, इस बात की बिल्कुल
परवाह ना करें कि कितने लोग आपकी विचारधारा के साथ हैं और कितने खिलाफ, बल्कि इस
बात पर ध्यान दें कि आप अपनी विचारधारा के साथ कितनी मजबूती के साथ खड़े हैं. दोस्तों
इस ब्लॉग को अंत तक पढ़ें क्यूँकी मैं इसमें दिखाने वाला हूँ सोशल मीडिया का
एक अद्भुत चमत्कार जिससे आप भी बना सकते हो हजारो हज़ार फोलोवर्स, पर सबसे पहले बात
ब्रांड वैल्यू की
Organic Social Media Strategy
जरा सोचें.... क्या आपकी ब्रांड वैल्यू सिर्फ आपकी विचारधारा से बन सकती है? नहीं, इसके
लिए दो चीजों का एक साथ होना आवश्यक है- पहली है विचारधारा और दूसरी है स्थानीय
मुद्दे, अगर इन दो चीजों को एकसाथ जोड़ने में आप सफल हो गए तो समझ लीजिए कि आपने
राजनीति की सबसे बड़ी बाजी जीत ली. ऐसा मैं इसलिए कह रहा हूँ क्यूंकि राजनीति में
मौजूद 99% लोगों को या तो विचारधारा+मुद्दों का समीकरण समझ में नहीं आता या
फिर इस समीकरण पर वे काम नहीं कर पाते, अब जब आपने इस गणित को समझ लिया तो आपको इस
बात पर फोकस करना होगा कि आपकी प्रोफाइल फोटो, कवर फोटो, टैगलाइन सभी चीजें इसी
समीकरण के आसपास घुमती हों. जैसे ही आप यह सब कर लेते हैं तो आपका ब्रांड बनकर
तैयार हो जाता है, अब बस जरुरत है कि अपने पोस्ट और वीडियो के माध्यम से लोगों को
बताना कि आप राजनीति में अमुख विचारधारा के साथ आएँ हैं और इन मुद्दों को लेकर
मुखर हैं. हालाँकि मैंने कई ऐसे लोगों को देखा है कि वे इस गणित के साथ सोशल
मीडिया पर शुरूआत तो करते हैं पर कुछ दिनों में सफलता नहीं मिलने के कारण भटक जाते
हैं. हमेशा याद रखें कि ताजमहल एक महीने या एक साल में नहीं बना करते, इसके लिए
असीमित धैर्य और लंबे प्रयास की जरुरत होती है.
सफल राजनेता बनने की पूरी ट्रेनिंग - CLICK HERE TO JOIN
दोस्तों, अपनी ब्रांड वैल्यू बनाने के बाद कई लोगों को यह ग़लतफहमी हो जाती है
कि सिर्फ पोस्ट करने और सोशल मीडिया पर ज्यादा समय देने से वे एक सफल लीडर बन
जाएंगे. याद रखें कि एक सफल लीडर वही हो सकता है जो लोगों के मुद्दों को समझता हो,
उनकी समस्याओं के लिए आवाज उठाता हो जरा
सोच के देखो कि यदि आप लोगों के बीच नहीं जाएँगे.... किसी कार्यक्रम में शामिल नहीं
होंगे तो आखिर सोशल मीडिया पर पोस्ट क्या डालेंगे! इसीलिए याद रखें कि सोशल मीडिया
आपकी राजनीति का हिस्सा है, पूरी राजनीति नहीं और जब आप सोशल मीडिया के माध्यम से अपने
प्रयासों को लोगों तक पहुँचाना शुरू करते हैं तो लोग भी आपको धीरे-धीरे
गंभीरतापूर्वक लेना शुरू करते हैं. इसीलिए कोई भी पोस्ट करने से पहले यह देख लें कि क्या आपकी
यह पोस्ट आपकी ब्रांड वैल्यू के अनुरूप है या फिर इसे सिर्फ आप लाइक्स पाने के लिए
कर रहे हैं. दोस्तों कभी भी लाइक्स या व्यूज पाने की दौड़ में शामिल न हों क्यूँकी
चाहे वो फेसबुक हो, इन्स्टाग्राम हो या फिर यूट्यूब, हर सोशल मीडिया प्लेटफार्म का
अल्गोरिथम आपकी पोस्ट या वीडियो के साथ आपकी सोच को समझना चाहता है और जैसे-जैसे
वह इसे समझता जाता है वैसे-वैसे आपके लिए वह ऐसे लोगों को ढूंढ निकालता है जिन्हें
आपकी पोस्ट पसंद आये.
Social Media Strategies for Political Campaigns
एक उदाहरण से समझते हैं- यह मेरा फेसबुक पेजhttps://www.facebook.com/pankajpandeykr.official है.
जब आप मेरे फेसबुक पेज को
देखेंगे तो पाएँगे कि मेरी सारी पोस्ट एक खास विचारधारा के आसपास घुमती है. मैं
लगातार युवाओं के बीच जाता हूँ और उनके लिए काम करता हूँ और सिर्फ इसी से जुड़ा
पोस्ट डालता हूँ पर क्या लोग मुझसे तुरंत जुड़ गये थे, क्या मेरी पोस्ट पर हजारों
की संख्या में लाइक्स आना तुरंत शुरू हो गये थे, बिल्कुल नहीं बल्कि सच तो ये है
कि शुरूआती छह महीनों में मुझसे सिर्फ 500 लोग ही जुड़ पाए थे पर धीरे-धीरे मेरी
मेहनत रंग लायी और आज मेरे फोलोवर्स की संख्या कितनी है ये आप देख सकते हैं पर
सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या यह सब सिर्फ मेरी मेहनत के कारण हुआ, नहीं, बल्कि सच
तो ये है कि जब मैं लंबे समय तक मेहनत करता रहा तो फेसबुक भी मेरा साथ देने लगा और
वो इसीलिए संभव हो पाया क्यूँकी मेरी हर पोस्ट के साथ फेसबुक मेरी विचारधारा को
समझता चला गया और फिर वो मेरी पोस्ट को ऐसे लोगों तक पहुँचाने लगा जो मेरी
विचारधारा से सहमत थे. दोस्तों ऐसे काम करता है फेसबुक या किसी भी अन्य सोशल
मीडिया प्लेटफार्म का अल्गोरिथम और यह किसी चमत्कार से कम नहीं है.
POLITICAL LEADERSHIP TRAINING PROGRAM- CLICK HERE TO JOIN
इसीलिए यदि आप हर पोस्ट से तुरंत परिणाम पाने की उम्मीद करते हैं तो यह मान कर चलें कि आप सोशल मीडिया के अल्गोरिथम को समझ ही नहीं पायें हैं. यह अल्गोरिथम कुछ ऐसा होता है जो कम से कम छह महीने की कड़ी मेहनत और प्रयास के बाद ही आपको गंभीरता से लेना शुरू करता है. दोस्तों सोशल मीडिया पर आप अपना ब्रांड बनाने आये हैं और आपका ब्रांड उस काम से नहीं बनता जिसे आप कभी कभार करते हैं. इसीलिए अपने हर पोस्ट को खाद और पानी की तरह देखें और अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल को एक बीज की तरह जो लगातार पोस्ट के रूप में खाद और पानी दिए जाने पर लंबे समय में एक विशाल पेड़ का रूप ले लेगा और आपको ये जानकार हैरानी होगी कि एकबार जब आपका सोशल मीडिया अकाउंट विशाल पेड़ का रूप ले लेता है तो आप चाहे जो मर्जी पोस्ट डालें, मेहनत करें या ना करें पर सोशल मीडिया आपके लिए दिन रात मेहनत करता रहेगा. ऐसे ही काम करता है हर सोशल मीडिया प्लेटफार्म का अल्गोरिथम.
0 टिप्पणियाँ